हीरे - मोती
ईश्वर और श्री रामचरितमानस से जुड़े भक्तों के समूह में भेजी गई संग्रहणीय सामग्री
Tuesday, October 11, 2016
जनक सुता जग जननी जानकी
जनक सुता जग जननी जानकी ,अतिसय प्रिय करूणा निधान की |
ताके जुग पद कमल मनाऊँ,
जासु कृपा निर्मल मति पावऊँ |
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