ईश्वर और श्री रामचरितमानस से जुड़े भक्तों के समूह में भेजी गई संग्रहणीय सामग्री
सीता राम चरन रति मोरे। अनुदिन बढ़उ अनुग्रह तोरे॥
आपके अनुग्रह से मेरे मन में श्रीसीताराम जी के श्रीचरणों की भक्ति दिन-दिन अनुकूलता से बढ़ती रहे।
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